"...Again, you can’t connect the dots looking forward; you can only connect them looking backwards. So you have to trust that the dots will somehow connect in your future. You have to trust in something — your gut, destiny, life, karma, whatever. This approach has never let me down, and it has made all the difference in my life..."
Saturday, November 15, 2008
Inspiration and Perspiration
Sunday, November 2, 2008
Sunday, January 27, 2008
Saturday, January 19, 2008
फूल रह जाएँगे गुल्दानो मे यादों की नजर
"फूल रह जाएँगे गुल्दानो मे यादों की नजर , मैं तो खुशबू हूँ फिजाओं मे बिखर जाऊंगा..."
और फ़िर उन सूखे फूलों का कोई क्या करेगा? हाँ कहीं जमीं मिली तो नए फूलों के मौसम मे वे फ़िर से फूल खिला सकेंगे ऐसा भी हो सकता है.. पर इतनी फुरसत किसे है .... शायद तुम्हे भी नही और मुझे भी नही.
हमारे फ़ासले अपने लोगों से इन् दिनों यूं बढ़ती क्यों जा रही हैं?हम अपने अहेम (इगो) के व्हेम (भ्रम) मे जिंदा तो हैं पर कहीं जिन्दगी से पास होके भी दूर हैं...
इस दूरी को ख़त्म करें तो कैसे करें? दिल मे हज़ार जज्बात हों फ़िर भी उन तक वो सदा कैसे पहुंचे?अपनी तन्हाईयों मे दिल इतना बेजार सा क्यों है? .....
आज कि इस खासे मसरूफ जिन्दगी मे खुशी है भी कहीं क्या ?....
बारहा इसकी तलाश मे हम इतने नाकामयाब से क्यों हैं? ....
Sunday, January 6, 2008
Ninaith Ninaith Parthen...[Thinking of you..]
वो कहती हैं की जीवन भी इन्ही समंदर की मौजों के माफिक है... उसे वक्त रहते महसूस करो और जियो उस पल पुरी मौजूदगी में...
वक्त कभी अच्छा भी होता है और कभी बुरा भी... पर होता वही है जो हमने कभी चाहत की थी.. जाने अनजाने जैसे भी...
हमरी जो बोर्डोम है वो हमारी दिमागी वजहों से है... सच्चे साफ दिल से अगर गौर करें तो एक साफ तस्वीर आती है सामने उसी जिन्दगी की, उसी वक्त जहाँ हम होते हैं.
इसीलिए कहते हैं की यारों का वो साथ मत भूलो जब तुम कभी खुश थे अपने दिल के करीब थे.
उन पलों की याद करो जो तुम्हारे चेहरे पे एक मुस्कान लाए...
"निनैथ निनैथ पार्थएन..."एक तमिल गीत याद आता है और जीवन के पलों की कीमत समझ आती है...
:)
Thursday, January 3, 2008
Tuesdays with Morrie
As this year started on Tuesday,I don't know what a coincidance i got to watch the movie:Tuesdays with Morrie. A touching story of love and relationships what we less care in our busy life now a days. An story about a Teacher's life and about his great quest for teaching and learning. Simple,yet Sublime.
I would like to see it again as there were many moments in it when I felt taken back in the campus werever I studied and my heart went on with a tender feeling of love which can't be said... Some of the dialogs I could remember is here:
Love each other or die...
Death ends a life, not a
relationship...Once you learn how to die, you learn how to
live...You're not a wave, you're part of the
ocean...The most important thing in life is to learn how
to give out love, and to let
it come in...Only an open heart will allow you to float
equally between
everyone...You talk, I'll listen...
:)
Wednesday, January 2, 2008
A note on new year...
About Me
- smilekapoor
- Hi, I'm a simple man who wants to be friend with nature and all around. I welcome you to be in tune with yourself only...keep smiling! :)